टीम इंडिया : भारत में एक से बढ़कर एक क्रिकेटर हुए हैं। टैलेंट की भारत में भरमार हैं। सभी टीम इंडिया में खेलना का सपना देखते हैं। लेकिन सबके सपने पूरे नहीं हो पाते। कुछ खिलाड़ी भरपूर टैलेंट होने के बाद भी किसी दूसरे खिलाड़ी की परछाई में रह जाते हैं। ऐसे खिलाड़ियों को कुछ मौके मिलते हैं और फिर उन्हें दरकिनार कर दिया जाता है। ऐसे ही एक खिलाड़ी गुजरात में पैदा हुआ नाम अक्षर पटेल। बाएं हाथ के इस ऑल राउंडर को टीम इंडिया में टैलन्टेड होने के बाद भी लगातार मौके नहीं दिए जा रहे हैं। आइए जानते हैं आखिर क्यों मौके नहीं मिल रहे हैं।
रविंद्र जडेजा की वजह से अक्षर पटेल का करियर बर्बाद
29 साल के स्टार ऑल राउंडर अक्षर पटेल टीम इंडिया का अहम हिस्सा बन चुके हैं। लेकिन बावजूद इसके उन्हें टीम इंडिया में प्रापर मौके नहीं दिए जा रहे हैं। साल 2012 में अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू करने वाले अक्षर पटेल ने आते ही घरेलू क्रिकेट में अपना मुकाम बना लिया था। इसके 2 साल बाद अक्षर पटेल ने भारत के लिए वनडे क्रिकेट में डेब्यू किया। इसके 1 साल बाद अक्षर पटेल ने भारत के लिए टी20 अंतर्राष्ट्रीय में अपना डेब्यू किया।
10 साल तक फर्स्ट क्लास क्रिकेट में लगातार मेहनत करने के बाद भी उन्हें भारतीय टेस्ट टीम में जगह नहीं मिल रही थी।इसकी वजह थी टीम में रविंद्र जडेजा का होना। अक्षर पटेल और रविंद्र जडेजा दोनों एक जैसे ही क्रिकेटर हैं। दोनों ही बाएं हाथ से गेंदबाजी करते हैं और दोनों ही बाएं हाथ से बल्लेबाजी करते हैं। क्योंकि रविंद्र जडेजा टेस्ट क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे। इस वजह से उनकी जगह टीम में पक्की थी और इसी वजह से अक्षर पटेल को भारतीय टीम में मौका नहीं मिला।
टेस्ट डेब्यू के लिए 10 साल का इंतजार, फिर रचा इतिहास
साल 2021 में जब चोट के चलते रविंद्र जडेजा टीम से बाहर हुए थे तब इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू दौरे पर अक्षर पटेल को भारत के लिए टेस्ट में डेब्यू किया। उस सीरीज में अक्षर पटेल ने तहलका मचा दिया अक्षर पटेल ने उस सीरीज के 3 मैचों में 27 विकेट झटक के रिकॉर्ड बनाया था। अक्षर पटेल ने भारत के लिए अबतक 12 टेस्ट मुकाबले हैं जिनमें 50 विकेट चटकाए हैं। वहीं अबतक उन्होंने कुल 51 वनडे मुकाबले खेले हैं जिनमें 58 विकेट अपने नाम किए। वहीं 40 टी20 मुकाबलों में उन्होंने 37 विकेट चटकाए हैं।