Eng Vs Pak: इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच तीन मैचों की सीरीज का दूसरा टेस्ट मुल्तान में आज खेला गया। इस टेस्ट मैच से लेग स्पिनर अबरार अहमद (Abrar Ahmed) ने डेब्यू किया है और इंटरनेशनल क्रिकेट जगत में आते ही धूम मचा दी है। अबरार ने 7 विकेट लेकर इंग्लैंड के बेजबाल की धज्जियां उड़ा दी। जिसको लेकर सोशल मीडिया पर इंग्लैंड को जमकर ट्रोल किया जा रहा है।
इसके पहले पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया था, जहां अबरार ने इंग्लैंड के खिलाफ पहली पारी में अभी तक 7 विकेट अपने नाम किए हैं। अबरार अहमद (Abrar Ahmed) ने अपने डेब्यू मैच में क्रिकेट जगत को हिला कर रखा रख दिया है। आइए उनके जीवन से जुड़े कुछ किस्सों के बारे में जानते हैं।
सुनील नरेन है अबरार अहमद के आदर्श
जब अबरार 19 साल के थे तब वो पाकिस्तान की नेशनल क्रिकेट एकेडेमी में एडमिशन लेने के लिए गए थे, तब वहां के अकादमी के हेड कैच मुश्ताक अहमद से बात कर के सवाल किया कि क्या उन्होंने अब्दुल कादिर को पहचानते हैं।
तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि ये कौन है, मैने इनका नाम कभी न सुना है। तो ये बात जानकर वहां खड़े सभी लोग हंसने लगे कि आखिर ये है कौन जो हमारे बेस्ट स्पिनर को भी नहीं पहचानता है।
कोच ने उनसे कहा कि तुम क्रिकेट की दीवाने हो और तुम अब्दुल कादिर को नहीं जानते है। फिर इन सब बातों को सुनकर अबरार के कोच मसरूर ने कहा कि अबरार यहां पर गलत नहीं है वो पाक स्पिनर नहीं बल्कि वेस्टइंडीज के सुनील नरेन के बड़े प्रशंसक हैं। वो उनको अपना आदर्श मानते हैं।
पिता ने दे दी थी कठोर सजा
छोटे से ही अबरार (Abrar Ahmed) को क्रिकेट से प्यार था। कराची पहुंचकर वो थोड़ा टेप-बॉल क्रिकेट खेलना चालू कर दिए। अबरार के पिता क्रिकेट के फैन थे। उनकी भाई भी घरेलू क्रिकेट खेलते थे। उनके भाई ने बताया था कि पाक आकर जब सहवाग ने मुल्तान में गेंदबाजों के छक्के छुड़ाए तो वह सकलैन मुश्ताक की हर बॉल पर गलती बता रहे थे. उनकी इस हरकत की वजह उनके पिता ने उन्हें कमरे में बंद कर दिया था। कहा जा सकता है कि सहवाग की बल्लेबाजी को देख ही उन्हें क्रिकेटर बनने का सपना देखा, उनके पिता एक टैक्सी ड्राइवर थे.
अबरार का करियर
साल 2016 में अंडर 19 क्रिकेट में अबरार (Abrar Ahmed) ने 53 विकेट हासिल किए। कराची किंग्स पीएसएल में साल 2017 में क्रिकेट में दावेदारी की। तब उनको उस साम इमर्जिंग प्लेयर का भी अवार्ड प्राप्त हुआ था। पर इतने शानदार करियर के बाद भी उनको खेल छोड़ना पड़ गया।
जब वो टीम में डेब्यू करने के सपने को साकार करने वाले थे, तभी उनको चोट लग गई थी। 5 स्ट्रेस फ्रैक्चर से वो परेशान रहे। इस कारण वो 2 साल क्रिकेट से दूर रहे थे। उनकी बीमारी ऐसी थी कि अधिक प्रयास करने की वजह से उनको लकवा की दिक्कत भी हो सकती थी।
इसे भी पढ़ें-इस खिलाड़ी ने विराट और धोनी को पछाड़ा, गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च होने वाला बना प्लेयर