फिक्की के टर्फ 2022 और इंडिया स्पोर्ट्स अवार्ड्स में हाल ही में गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने शिरकत की। इस अवार्ड के दौरान उनसे कुछ सवाल जवाब किए गए, जिसका जवाब उन्होंने बखूबी दिया। उन्होंने इस दौरान बात की कि विभिन्न खेलों के विकास और किस तरीके बीसीसीआई को उनके विकास की जिम्मेदारी अपने ऊपर लेनी चाहिए।
आईपीएल पर की बात
Gautam Gambhir said, “the BCCI should give 50% of their revenue to all other Olympic sports, because 50% of revenue is enough for cricketers. The rest 50% can actually pick up all the other sports”.
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) November 27, 2022
इंडिया प्रीमियर लीग पर भी उन्होंने बातचीत की, जिसमें उन्होंने बोला कि जब भारतीय टीम प्रदर्शन करने में सफल नहीं हो पाती है, तो हर कोई आईपीएल को किस तरह दोष देता है। गंभीर ने यह भी कहा कि कैसे आईपीएल इस समय केवल विदेशी कोचिंग स्टाफ को ही बढ़ावा दे रहा है। यह बोलते हुए आईपीएल में न्यूनतम भारतीय कोचिंग स्टाफ है और कैसे भारतीय कोच फ्रेंचाइजी लीग में मौका नहीं पा पा रहे हैं।
बाकी खेलों को मिले 50 प्रतिशत राजस्व
इस दौरान उन्होंने बोला कि यदि मैं कुछ बदल सकता तो बदलता, मैं आईपीएल में भारतीय कोच को लाऊंगा। आप बीबीएल को देखिए बीबीएल में कोई भारतीय कोच नहीं है, लेकिन आईपीएल विदेशी कोचों से भरा हुआ है। एक अखिल भारतीय कोचिंग और सहयोगी स्टाफ और आईपीएल होगा, सुपर लेवल पर।
वो बोले
यदि मेरा यह तरीका है तो शायद बीसीसीआई को भी जाना चाहिए और अन्य सभी ओलंपिक खेलों को 50% तक राजस्व लेना चाहिए। हालांकि यह मेरा तरीका नहीं है क्योंकि क्रिकेट से उत्पन्न होने वाले राजस्व का 50% क्रिकेटरों के लिए पर्याप्त है, लेकिन बाकी 50% वास्तव में बाकी के खेलों को चुना जा सकता है।
जिस दिन हम भारतीय क्रिकेट और अन्य भारतीय खेलों की पूजा करना शुरू कर देंगे। भारत पूरी तरीके से अपने अलग लेवल पर हो।
आइपीएल में हुई सबसे अच्छी चीज
उन्होंने कहा कि,
“मैं यह कहना चाहता हूं कि भारतीय क्रिकेट में आइपीएल सबसे अच्छी चीज हुई है, लेकिन हर बार जब भारतीय क्रिकेट में कुछ अच्छा नहीं होता है तो सारी जिम्मेदारी आइपीएल पर आती है जोकि सही नहीं है।
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