टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ी विराट कोहली के करियर में कई शानदार उपलब्धियां शुमार है, उनके नाम वनडे, टेस्ट और T20 क्रिकेट में रनों का अंबार दर्ज है अपने अग्रेशन और ब्रांड वैल्यू के दम पर भारत का सबसे बड़ा नाम विराट कोहली है. विराट की कप्तानी का दौर भी भारतीय टीम के लिए अच्छा रहा था हालांकि यह कहा जा सकता है कि उस दौर में विराट टीम इंडिया के लिए कोई आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत सके थे. 2008 में टीम इंडिया में डेब्यू करने वाले विराट 2008 के अंडर-19 वर्ल्ड कप विजेता टीम के कप्तान थे.
2018 में सरे के लिए काउंटी खेलने से चूक गए थे कोहली
टीम इंडिया के धुरंधर बल्लेबाज विराट कोहली ने 2018 के इंग्लैंड दौरे से पहले काउंटी टीम सरे के लिए खेलने का फैसला किया था. उस समय इंग्लैंड में विराट के काउंटी खेलने के फैसले से वहां फैंस काफ़ी खुश हुए थे.
उनका तर्क था कि 4 साल में इंग्लैंड दौरे से पहले काउंटी क्रिकेट खेलकर वह दोबारा इस कंडीशन में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए तैयार हो सकते हैं हालांकि चोट के कारण वह टूर्नामेंट में शामिल नहीं हो सके थे. फिर भी विराट कोहली उस दौरे पर भारतीय टीम के लिए शानदार प्रदर्शन दिखाने में कामयाब रहे थे.
2018 के इंग्लैंड दौरे पर विराट कोहली ने 5 टेस्ट मैचों में 59.5 की औसत से 595 रन बनाए थे इस दौरान उनके बल्ले से शानदार 2 शतक रहे थे.
विराट ने काउंटी क्रिकेट खेलने का बनाया मन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विराट कोहली ने एक बार फिर काउंटी क्रिकेट खेलने का मन बनाया है. इंग्लैंड देश से काउंटी की सरे टीम ने ही विराट को ऑफर दिया हैं.
बता दें कि विराट कोहली के करियर में एक समय ऐसा भी था जब वह अपने बुरे फॉर्म से गुजर रहे थे, हमेशा ताबड़तोड़ रन मारने वाले विराट 2014 के इंग्लैंड दौरे में 1-1 रन बनाने के लिए तरस रहे थे उस दौरे पर इंग्लैंड के गेंदबाजों में विराट कोहली की ऑफ स्टंप की कमजोर कड़ी को पकड़ लिया था जिसके परिणाम स्वरूप वह पांच टेस्ट मैचों में 134 रन ही बना पाए थे. फिलहाल WTC की असफलता के बाद कोहली शायद एक बार फिर से काउंटी क्रिकेट खेलना चाहते हो.
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