क्रिकेट के खेल में बल्लेबाजी और गेंदबाजी के अलावा विकेटकीपिंग भी एक अहम पहलू होता है. क्रिकेट के 145 साल के इतिहास में हमने कई दिग्गज और शानदार विकेटकीपर भी देखें है, जिन्होंने अपनी शानदार विकेटकीपिंग के जरिये अपनी एक बड़ी छाप छोड़ी है.
एक विकेटकीपर का काम विकेट के पीछे अपनी टीम के लिए शानदार कैच पकड़ना और स्टंपिंग करना होता है और आज इसी के चलते हम आपकों अपने इस खास लेख में टेस्ट क्रिकेट इतिहास के उन टॉप-5 विकेटकीपरों के बारे में ही बताएंगे, जिन्होंने इस लंबे फॉर्मेट में विकेट के पीछे सबसे ज्यादा डिसमिसल किये हुए हैं.
5. महेंद्र सिंह धोनी- 294
टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा डिसमिसल करने के मामले में पांचवें स्थान पर महेंद्र सिंह धोनी आते हैं. भारत के इस दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज ने 2005 से लेकर 2014 तक टेस्ट क्रिकेट खेला और इस दौरान इन्होने अपने खेले 90 टेस्ट मैचों में 294 डिसमिसल किये हुए हैं.
महेंद्र सिंह धोनी ने जहां विकेट के पीछे टेस्ट क्रिकेट में 256 कैच किये हैं. वहीं इनके नाम टेस्ट क्रिकेट में 38 स्टंपिंग भी है. धोनी बल्लेबाजी से भी टीम के लिए अच्छा योगदान देते थे, उन्होंने अपने 90 मैचों के टेस्ट करियर में 38.09 की औसत से भारत के लिए कुल 4876 रन भी बनाए हुए हैं. 6 शतक और 33 अर्धशतक धोनी के बल्ले से टेस्ट क्रिकेट में निकले हुए हैं.
4. रॉड मार्श- 355
रॉड मार्श ऑस्ट्रेलिया के बेहतरीन विकेटकीपर बल्लेबाज थे, इन्होने अपने देश के लिए 1970 से लेकर 1984 तक टेस्ट क्रिकेट खेला और इस दौरान 96 टेस्ट मैचों में 355 डिसमिसल अपनी टीम के लिए किये हुए हैं. रॉड मार्श ने जहां अपनी कीपिंग से 343 कैच पकड़े हुए हैं. वहीं इनके नाम टेस्ट क्रिकेट में 12 स्टंपिंग भी है.
अगर इनके बल्लेबाजी आंकड़ों की बात करें, तो इन्होने 96 टेस्ट मैचों में 26.52 की औसत के साथ कुल 3633 रन बनाए हुए हैं. ऑस्ट्रेलिया के लिए इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने 3 शतक और 16 अर्धशतक बनाए हुए हैं. साल 2022 में ही रॉड मार्श का निधन हो गया है. हालांकि अब भी इनका नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा डिसमिसल करने के मामले में चौथे स्थान पर हैं.
3. इयान हिली- 395
टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा डिसमिसल करने वाली इस शानदार लिस्ट में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज इयान हिली का नाम तीसरे स्थान पर मौजूद हैं. इस विकेटकीपर खिलाड़ी ने अपने खेले 119 टेस्ट मैचों में 395 डिसमिसल किये हुए हैं.
इयान हिली ने 366 शिकार कैच के जरिये किये, वहीं उन्होंने 29 स्टंपिंग भी की हुई है. 1988 से लेकर 1999 तक इस विकेटकीपर ने ऑस्ट्रेलिया के लिए खेला था, यह अपनी शानदार विकेटकीपिंग स्किल्स के लिए पहचाने जाते थे. इन्होने ऑस्ट्रेलिया के लिए 27.39 की औसत के साथ कुल 4356 रन बनाए हुए हैं. 4 शतक और 22 अर्धशतक इस दिग्गज ने टेस्ट क्रिकेट में लगाए हुए हैं.
2. एडम गिलक्रिस्ट- 416
एडम गिलक्रिस्ट का नाम क्रिकेट इतिहास के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर बल्लेबाजों के रूप में लिया जाता है, इन्होने अपने शानदार खेल से विकेटकीपर नाम की परिभाषा ही बदल दी थी. दरअसल, इनके डेब्यू से पहले एक विकेटकीपर को सिर्फ विकेटकीपिंग के काम के लिए ही पहचाना जाता था, लेकिन इन्होने दुनिया को बताया कि एक विकेटकीपर बेहतर बल्लेबाज भी हो सकता है.
अगर इनके विकेटकीपिंग आंकड़ों की बात करें, तो इन्होने अपने खेले 96 टेस्ट मैचों में 416 डिसमिसल किये हुए हैं. इन्होने जहां 379 कैच पकड़े, वहीं 37 स्टंपिंग भी अपने टेस्ट करियर में की है. बल्लेबाजी से भी इन्होने कई साल तक ऑस्ट्रेलिया के लिए शानदार योगदान दिया. टेस्ट क्रिकेट में इन्होने 47.60 की बेहतरीन औसत के साथ कुल 5570 रन बनाए हुए हैं. इनके नाम इस लंबे फॉर्मेट में 17 शतक और 26 अर्धशतक है.
1. मार्क बाउचर- 555
टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा डिसमिसल करने का रिकॉर्ड साउथ अफ्रीका के विकेटकीपर मार्क बाउचर के नाम हैं. इस विकेटकीपर खिलाड़ी ने साल 1997 से 2012 तक टेस्ट क्रिकेट में साउथ अफ्रीका के लिए खेला और इस दौरान इन्हें कुल 147 टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला.
अपने खेले 147 टेस्ट मैचों में इस दिग्गज विकेटकीपर ने कुल 555 डिसमिसल किये. विकेट के पीछा जहां इन्होने 532 शिकार कैच के जरिये किये, वहीं इन्होने 23 स्टंपिंग भी अपने टेस्ट करियर में की हुई है. बल्ले से भी यह दिग्गज विकेटकीपर अहम योगदान टीम के लिए करता था. इन्होने 30.30 की औसत के साथ 5515 रन टेस्ट क्रिकेट में बनाए हुए हैं. 5 शतक और 35 अर्धशतक मार्क बाउचर ने टेस्ट क्रिकेट में बनाए हुए हैं.