क्रिकेट के खेल में अंपायर का निर्णय ही अंतिम निर्णय माना जाता है, इसलिए उन्होंने गलत फैसला भी किया हो, तो भी निर्णय अंपायर के मन मुताबिक ही रहता है. हालांकि कई बार ऐसा होता है, जब बल्लेबाज आउट हो जाते हैं, लेकिन अंपायर को पता ना लगने के कारण वह बल्लेबाज को नॉट आउट करार देते हैं.
जब अंपायर को बल्लेबाज के आउट होने का पता नहीं चलता है, तो वह पवेलियन जाता भी नहीं है और स्वार्थी बनकर अपनी पारी को आगे बढ़ाने को देखता है. हालांकि क्रिकेट इतिहास का एक खिलाड़ी ऐसा भी रहा, जो जब भी आउट होता था, तो अंपायर के निर्णय दिए बिना ही पवेलियन लौट जाता था.
क्रिकेट के सबसे ईमानदार खिलाड़ी है गिलक्रिस्ट
आज हम बात कर रहे हैं ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज क्रिकेटर और कप्तान रह चुके एडम गिलक्रिस्ट की, जो क्रिकेट इतिहास के सबसे ईमानदार क्रिकेटर माने जाते हैं. दरअसल, एडम गिलक्रिस्ट को अगर लगता था कि वह आउट है, तो वह अंपायर की तरफ देखते भी नहीं थे और सीधे पवेलियन की राह पकड़ लेते थे. वह हमेशा सच का साथ देते थे, जिसके चलते उन्होंने दुनियाभर में अपने करोड़ों क्रिकेट फैंस बनाए हुए हैं.
1 या 2 बार नही, बल्कि 12 बार हुआ ऐसा
एक या दो बार नहीं, बल्कि एडम गिलक्रिस्ट अपने पूरे क्रिकेट करियर में 12 बार बिना अंपायर का फैसले देखें ही पवेलियन लौट गए थे. उन्हें जब लगता था कि वह आउट है, तो वह अंपायर की तरफ देखते भी नहीं थे और सीधे पवेलियन की ओर चलने लगते थे.
हालांकि, ऐसा करके भले ही उस समय एडम गिलक्रिस्ट अपनी पारी को आगे नहीं बढ़ा पाते हो, लेकिन उनके द्वारा किये गए इन कारनामों के कारण फैंस उन्हें क्रिकेट इतिहास का सबसे ईमानदार खिलाड़ी कहते हैं.
एक नजर गिलक्रिस्ट के करियर पर
ऑस्ट्रेलिया के इस दिग्गज खिलाड़ी ने 1996 में वनडे क्रिकेट की दुनिया में कदम रखा था. इन्होने अपने करियर में कुल 287 वनडे मैच खेले, जिसमे इन्होंने 9619 रन बनाए थे. वनडे मैचों में इनके नाम 16 शतक और 55 अर्धशतक है. 1999 में इस खिलाड़ी ने टेस्ट क्रिकेट में कदम रखा था, जहां टेस्ट खेलते हुए इस खिलाड़ी ने 5570 रन बनाए हैं, जिसमें इनके नाम 17 शतक और 26 अर्धशतक शामिल हैं.