Youngest player to score a hundred: टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू का मौका मिलना इतना आसान नहीं होता है, क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में उसी खिलाड़ी को मौका दिया जाता है, जो प्रथम श्रेणी क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करता है. जब तक टेस्ट क्रिकेट में कोई खिलाड़ी डेब्यू करता है, तो उस समय लगभग खिलाड़ी की उम्र 25 साल होती है.
हालांकि, कुछ प्रतिभावान खिलाड़ियों को टेस्ट क्रिकेट में बहुत जल्दी खेलने का मौका मिल जाता है और वह अपने डेब्यू टेस्ट में ही शतक बनाकर अपना बड़ा नाम बना लेते हैं. आज हम आपको अपने इस खास लेख में क्रिकेट इतिहास के उन 5 बल्लेबाजों के बारे में बताएंगे, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम उम्र में शतक बना डाला था.
5. इमरान नजीर- 18 साल 154 दिन
टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम उम्र में शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में पाकिस्तान के इमरान नजीर का नाम पांचवें स्थान पर आता है. दरअसल, मई 2000 में पाकिस्तान और वेस्टइंडीज के बीच एक मुकाबला ब्रिज टाउन में खेला गया था. इस मुकाबले में पाकिस्तान पहली पारी में 253 रन के स्कोर पर आउट हो गई थी.
वहीं वेस्टइंडीज ने अपनी पहली पारी में 398 रन बनाए थे, दूसरी पारी में पाकिस्तान ने 9 विकेट के नुकसान पर 419 रन बनाकर अपनी पारी घोषित की थी. दूसरी पारी में पाकिस्तान के लिए इमरान नजीर ने 180 गेंद का सामना करते हुए 131 रन बनाए थे. उस समय में इस पाकिस्तानी बल्लेबाज की उम्र मात्र 18 साल और 154 दिन थी. दूसरी पारी में जब वेस्टइंडीज 4 विकेट के नुकसान पर 132 रन बनाकर खेल रही थी, तब मैच को ड्रॉ घोषित किया गया.
4. हैमिल्टन मसाकाद्जा– 17 साल 352 दिन
जिम्बाब्वे के बल्लेबाज हैमिल्टन मसाकाद्जा ने टेस्ट क्रिकेट में मात्र 17 साल और 352 दिन में शतक लगा डाला था, जिस वजह से इनका नाम लिस्ट के चौथे स्थान पर बना हुआ है. दरअसल, जुलाई 2001 में जिम्बाब्वे और वेस्टइंडीज के बीच हरारे क्रिकेट स्टेडियम में एक मुकाबला खेला गया था.
इस मुकाबले में जिम्बाब्वे की टीम पहली पारी में 131 रन के स्कोर पर आउट हो गई थी, वहीं वेस्टइंडीज ने पहली पारी में 347 रन बनाए थे. दूसरी पारी में जिम्बाब्वे के बल्लेबाजों ने अच्छा खेल दिखाया और 9 विकेट के नुकसान पर 563 रन बनाकर अपनी पारी घोषित की थी. हैमिल्टन मसाकाद्जा ने दूसरी पारी में 316 गेंद का सामना करते हुए 119 रन बनाए थे. अपनी पारी के दौरान उन्होंने 12 चौके लगाए थे, जिस समय में उन्होंने ये शतक बनाया था वह मात्र 17 साल 352 दिन के थे.
3. सचिन तेंदुलकर– 17 साल 107 दिन
अगस्त 1990 में भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर में एक मुकाबला खेला गया था, इस मैच में इंग्लैंड ने पहली पारी में 519 रन बनाए, जवाब में भारत की टीम अपनी पहली पारी में 432 रन के स्कोर पर आउट हो गई थी. दूसरी पारी में इंग्लैंड ने 4 विकेट के नुकसान पर 320 रन बनाकर अपनी पारी घोषित की थी.
भारत को चौथी पारी में 408 रन का लक्ष्य मिला था, लेकिन भारतीय टीम 127 रन के भीतर ही अपने 5 विकेट खो चुकी थी. हालांकि ऐसे मुश्किल समय में सचिन तेंदुलकर ने भारतीय टीम के लिए 189 गेंद पर नाबाद 119 रन की बेहतरीन पारी खेली थी, उन्होंने 17 चौके अपनी शानदार पारी के दौरान लगाए थे. सचिन तेंदुलकर की उम्र मात्र इस टेस्ट मैच के दौरान मात्र 17 साल 107 दिन थी. सचिन तेंदुलकर की पारी का ही नतीजा था कि भारत इस मुकाबले को ड्रॉ करने में कामयाब रहा था.
2. मुश्ताक मोहम्मद– 17 साल 78 दिन
मुश्ताक मोहम्मद ने 17 साल 78 दिन की उम्र में शतक बना डाला था. उन्होंने यह शतक फरवरी 1961 में पाकिस्तान के लिए खेलते हुए भारत के खिलाफ दिल्ली के मैदान पर बनाया था. दरअसल, इस मुकाबले में भारत ने अपनी पहली पारी में 463 रन बनाए थे, जवाब में पाकिस्तान की टीम ने 286 रन बनाए और पाकिस्तान के लिए सबसे ज्यादा 101 रन की पारी मुश्ताक मोहम्मद ने खेली थी.
यह टेस्ट मैच ड्रॉ हो गया था, लेकिन उस समय 17 साल 78 दिन की उम्र में मुश्ताक मोहम्मद ने शतक बनाकर इतिहास रच दिया था. मुश्ताक मोहम्मद ने आगे चलकर पाकिस्तान के लिए कुल 57 टेस्ट मैच खेले थे, जिसमें उन्होंने 39.17 की औसत के साथ कुल 3643 रन बनाए हुए हैं.
1. मोहम्मद अशरफुल– 17 साल 61 दिन
टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम उम्र में शतक बनाने का रिकॉर्ड बांग्लादेश के बल्लेबाज मोहम्मद अशरफुल के नाम हैं. उन्होंने 17 साल 61 दिन की उम्र में ही टेस्ट शतक बना डाला था. इस बल्लेबाज ने यह कारनामा सितंबर 2001 में श्रीलंका के खिलाफ किया था.
दरअसल, इस मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए बांग्लादेश की टीम मात्र 90 रन के स्कोर पर आउट हो गई थी, जवाब में श्रीलंका की टीम ने 5 विकेट के नुकसान पर 555 रन बनाकर अपनी पहली पारी घोषित की थी. बांग्लादेश ने दूसरी पारी में 328 रन बनाए और इस दौरान मोहम्मद अशरफुल ने 212 गेंद का सामना करते हुए 114 रन बनाए थे. 16 चौके इस बल्लेबाज ने अपनी पारी के दौरान लगाए थे. हालांकि उनकी इस शानदार पारी के बावजूद श्रीलंका ने यह मुकाबला एक पारी और 137 रन के अंतर से जीत लिया था.