टेस्ट क्रिकेट इतिहास की 5 सबसे बड़ी साझेदारियां | biggest partnerships in test cricket history

biggest partnerships in test cricket history: क्रिकेट के खेल में साझेदारियां सबसे महत्वपूर्ण होती है, अगर टीम को एक बड़े स्कोर तक पहुंचना है, तो उसके बल्लेबाजों को अच्छी साझेदारियां करनी ही पड़ती है. अगर कोई 2 बल्लेबाज क्रीज पर एक-दूसरे का साथ दे और अच्छे तालमेल के साथ बल्लेबाजी करें, तो ही उनकी टीम एक अच्छे स्कोर तक पहुंच पाती है.
टेस्ट क्रिकेट इतिहास में हमने कई बार बल्लेबाजों को आपस में समझ बूझकर कर खेलते हुए बड़ी-बड़ी साझेदारियां बनाते हुए देखा है. आज इसी के चलते हम भी आपको अपने इस खास लेख में टेस्ट क्रिकेट इतिहास की टॉप-5 सबसे बड़ी साझेदारियों के बारे में ही बताएंगे.

5. मुदस्सर नजर-जावेद मियांदाद (451 रन)

टेस्ट क्रिकेट इतिहास की पांचवी सबसे बड़ी साझेदारी मुदस्सर नजर और जावेद मियांदाद ने की है. साल 1983 में पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ अपनी पहली पारी में 3 विकेट के नुकसान पर 581 रन बनाकर अपनी पारी घोषित की थी.
दरअसल, इस मुकाबले में एक समय पाकिस्तान की टीम 60 रन के भीतर 2 विकेट खो चुकी थी, लेकिन मुदस्सर नजर और जावेद मियांदाद ने तीसरे विकेट के लिए 451 रन की बेहतरीन साझेदारी कर डाली थी. मुदस्सर नजर ने 444 गेंद पर 231 रन की पारी टीम के लिए खेली थी, वहीं जावेद मियांदाद ने 460 गेंद पर 280 रन बनाए थे. जवाब में भारतीय टीम पहली पारी में मात्र 189 रन के स्कोर पर आउट हो गई थी. वहीं दूसरी पारी में 273 रन के स्कोर पर आउट हो गई थी. 

4. डॉन ब्रैडमैन-डब्ल्यू पॉन्सफोर्ड (451 रन)

ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच ओवल के मैदान पर 1934 में एक टेस्ट मैच खेला गया था, इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने अपनी पहली पारी में 701 रन का बड़ा स्कोर बना डाला था. ऑस्ट्रेलिया के लिए इस मुकाबले में दूसरे विकेट के लिए सर डॉन ब्रैडमैन और बिल पॉन्सफोर्ड ने मिलकर 451 रन जोड़ दिए थे. डॉन ब्रैडमैन ने जहां इस मुकाबले में 271 बॉल पर 244 रन की पारी खेली थी, वहीं बिल पॉन्सफोर्ड ने 422 गेंद पर 266 रन बनाए थे.
 
इंग्लैंड अपनी पहली पारी में 321 रन बना पाया, वहीं ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी में 327 रन बनाए थे, इंग्लैंड दूसरी पारी में 145 रन के स्कोर पर आउट हो गया और ऑस्ट्रेलिया ने यह मुकाबला 562 रन के बड़े अंतर से जीत लिया. 

3. एंड्रयू जोन्स-मार्टिन क्रो (467 रन)

न्यूजीलैंड के बल्लेबाज एंड्रयू जोन्स और मार्टिन क्रो का नाम भी इस लिस्ट में शामिल हैं. इन दोनों बल्लेबाजों ने फरवरी 1991 में श्रीलंका के खिलाफ 467 रन की यह बेहतरीन साझेदारी की थी. दरअसल इस मुकाबले में न्यूजीलैंड अपनी पहली पारी में 174 रन के स्कोर पर आउट हो गई थी.
वहीं श्रीलंका ने अपनी पहली पारी में 497 रन का एक अच्छा स्कोर बनाया था, जवाब में न्यूजीलैंड की टीम ने दूसरी पारी में 4 विकेट के नुकसान पर 671 रन बना लिए थे. हालांकि इसी दौरान मैच को ड्रॉ घोषित किया गया था. न्यूजीलैंड के लिए दूसरी पारी में एंड्रयू जोन्स और मार्टिन क्रो ने तीसरे विकेट के लिए 467 रन की अच्छी साझेदारी कर डाली थी. एंड्रयू जोन्स ने जहां टीम के लिए 454 गेंद पर 186 रन की पारी खेली थी. वहीं मार्टिन क्रो ने 523 गेंद पर 299 रन बनाए थे. 

2. सनथ जयसूर्या-रोशन महानामा (576 रन)

सनथ जयसूर्या-रोशन महानामा सबसे बड़ी साझेदारी करने के मामले में चौथे स्थान पर आते हैं. इन दोनों बल्लेबाजों ने यह बेहतरीन कारनामा भारतीय टीम के खिलाफ 1997 में खेले गए कोलंबो टेस्ट में किया था. दरअसल, इस मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 8 विकेट के नुकसान पर 537 रन बनाकर अपनी पारी घोषित की थी.
जवाब में श्रीलंका की टीम ने अपनी पहली पारी में 6 विकेट के नुकसान पर 952 रन बना डाले थे. दरअसल, इस मुकाबले में श्रीलंका के लिए 576 रन की बड़ी साझेदारी सनथ जयसूर्या और रोशन महानामा ने की थी. सनथ जयसूर्या ने जहां 340 रन की बेहतरीन पारी खेली थी, वहीं टीम के लिए 225 रन रोशन माहनामा ने बनाए थे. हालांकि यह मैच ड्रॉ में ही समाप्त हो गया था. साथ ही श्रीलंका का यह 952 रन का स्कोर टेस्ट क्रिकेट इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर है.

1. कुमार संगकारा-महेला जयवर्धने (624 रन)

टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने के नाम दर्ज हैं. दरअसल, जुलाई 2006 में कोलंबो के मैदान पर साउथ अफ्रीका और श्रीलंका के बीच एक टेस्ट मैच खेला गया था. इस मुकाबले की पहली पारी में साउथ अफ्रीका की टीम मात्र 169 रन के स्कोर पर आउट हो गई थी.
जवाब में श्रीलंका की टीम ने अपनी पहली पारी में 5 विकेट के नुकसान पर 756 रन का एक बड़ा स्कोर बनाया था. श्रीलंका की टीम एक समय मात्र 14 रन के स्कोर पर अपने दोनों ओपनर बल्लेबाजों के विकेट खो चुकी थी, ऐसे समय पर कुमार संगकारा और कप्तान महेला जयवर्धने ने मिलकर 624 रन की एक मैराथन पारी खेल डाली थी.
कुमार संगकारा ने जहां 457 गेंद का सामना करते हुए 287 रन बनाए, वहीं महेला जयवर्धने ने 572 गेंद का सामना करते हुए 374 रन बनाए थे. संगकारा ने जहां 35 चौके अपनी पारी के दौरान लगाए थे. वहीं 43 चौके और एक छक्का महेला जयवर्धने ने अपनी पारी के दौरान लगाया था.
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